चित्रक एक महत्वपूर्ण और फायदेमंद आयुर्वेदिक औषधि है। इसमें अनेक औषधीय गुण पाए जाते है जिससे यह मानव जीवन के लिए उपयोगी है, वही इसकी अधिकता के कुछ नुकसान भी है जो आप इस लेख में जानेंगे !
चित्रक के औषधीय गुण एवं परिचय- Introduction and medicinal properties of chitrak in hindi
चित्रक एक झाड़ीदार औषधीय पौधा (chitrak ka paudha) होता है ,जो विभिन्न प्रकार की औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसमें एंटी-डायबिटिक, एंटी-फंगल, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी-अल्सर जैसे गुण होते हैं। इन गुणों के के कारण ही इसे आयुर्वेदिक चिकित्सा का एक विशेष औषधि माना जाता है। चित्रक घाव भरने के लिए, डायबिटीज से बचाव करने, खांसी से राहत दिलाने और याददाश्त को बढ़ावा देने के लिए बहुत उपयोगी साबित होता है।
आयुर्वेद के अनुसार चित्रक के पत्तियों और जड़ों (chitrak leaves and roots) को औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह स्वाद में तीखा और कड़वा होता है और इसकी तासीर गर्म होती है। चित्रक का वानस्पतिक नाम (botanical name) प्लंबैगो ज़ेलेनिका (Plumbago zeylanica) है। यह प्लम्बैजिनेसी (Plumbaginaceae) कुल से सम्बन्ध रखता है। इसकी 3 जातियां पायी जाती है- सफेद चित्रक (Plumbago zeylanica Linn), लाल चित्रक (Plumbago indica Linn), नीला चित्रक (Plumbago auriculata Lam).
चित्रक के फायदे और उपयोग विधि- Chitrak benefits & use method in hindi
चित्रक को पाचनतंत्र विकार, बवासीर और त्वचा संबंधित चर्मरोग के लिए मुख्यतः उपयोग किया जाता है इसके अलावा भी इसे भिन्न-भिन्न बिमारियों में औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। आइये जानते है विस्तार से-
पाचन तंत्र विकार में चित्रक के लाभ- Benefits of chitrak in digestion problem in hindi
अपच, कब्ज आदि पेट के पाचन सम्बंधित विकारों में चित्रक की जड़ से बनी चूर्ण बेहतरीन लाभ पहुँचाती है। हरीतकी और पिप्पली चूर्ण के साथ चित्रक चूर्ण को बराबर मात्रा में मिश्रण करके 1-2 ग्राम चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ भोजन उपरांत लेने से अपच, कब्ज, गैस आदि पाचन तंत्र विकार आसानी से दूर होते है।
बवासीर में चित्रक के फायदे- Benefits of chitrak in piles in hindi
आयुर्वेद के अनुसार बवासीर में चित्रक बहुत ही फायदेमंद है। कब्ज व पेट की अन्य बिमारियों से उत्पन्न होती है बवासीर की समस्या, जो कष्टदायक और एक गंभीर बीमारी है। चित्रक चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ पीने से कब्ज टूटता है, शौच में सुगमता होती है और बवासीर से राहत मिलती है।
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डायबिटीज में चित्रक के फायदे- Benefits of chitrak in diabetes in hindi
चित्रक में एंटी-डायबिटिक गुण होता है। यह रक्त में शर्करा का स्तर कम करने के लिए उपयोगी माना जाता है। इसके नियमित इस्तेमाल से डायबिटीज की समस्या को दूर किया जा सकता है। मधुमेह रोगी के लिए चित्रक के जड़ से बना काढ़ा अत्यंत उपयोगी होता है।
सूजन, दर्द और घाव में चित्रक के फायदे- Benefits of chitrak in swelling, pain, and wounds in hindi
चित्रक एक सूजन और दर्द निवारक आयुर्वेदिक जड़ीबूटी है। अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण के वजह से यह सूजन और दर्द मिटाने में बहुत लाभकारी है। इसके अलावा चित्रक में पाए जाने वाले मेथनॉलिक और एथेनॉलिक एक्सट्रेक्ट में वुंड हीलिंग गुण होता है। इन गुणों की वजह से यह घाव को भी तेजी से भरने का कार्य करता है।
चर्मरोग में चित्रक के फायदे- Benefits of chitrak in skin diseases in hindi
दाद-खाज, खुजली आदि त्वचा सम्बंधित रोगों में चित्रक बहुत लाभकारी होता है। इसके एंटी-फंगल गुण चर्मरोग से प्रभावित इलाको के कीटाणुओं को नष्ट कर वहा की त्वचा को स्वस्थ एवं सुन्दर बनती है। त्वचा रोग मिटाने के लिए चित्रक की छाल पीसकर प्रभावित स्थान पर लगाए। मात्रा की जानकारी के लिए चिकित्सक से परामर्श जरूर करें।
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अन्य रोगों में चित्रक के फायदे- Benefits of chitrak in other diseases in hindi
ऊपर बताये गए रोगों के आलावा चित्रक कई अन्य समस्याओं से छुटकारा दिलाने में लाभकारी होता है।
1- पांडुरोग (पीलिया रोग)
2- प्लीहा रोग (तिल्ली का बढ़ना)
3- बुखार की समस्या में
4- सिर दर्द व दांत दर्द की समस्या में
5- सर्द- खांसी और गले की खरास में
6- गंठिया में इसके जड़ को पीसकर हलके गर्म तेल के साथ मालिश करने से राहत मिलती है।
7- पेचिस में समस्या में लाभकारी
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चित्रक के नुकसान- Side effects or disadvantage of chitrak in hindi
चित्रक के फायदे के साथ-साथ कुछ सामान्यतः नुकसान भी है, जिनका सामना इसके सेवन मात्रा में अधिकता होने पर आपको करना पड़ सकता है।
1- असर में गर्म होने की वजह से इसके ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल करने पर दस्त लग सकती है।
2- इसके इस्तेमाल से कुछ लोगों को जीभ, गले व पेट में जलन हो सकती है।
3- चित्रक की तासीर अधिक गर्म होती है इसलिए गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को नहीं करना चाहिए।
4- इसके सेवन के दौरान पेशाब में जलन महसूस हो सकती है इसलिए सेवन के दौरान अधिक मात्रा में पानी पियें।
5- चित्रक का नियमित रूप से अधिक सेवन करने से पल्स रेट धीरे हो सकती हैं।
6- इसका अधिक मात्रा में इस्तेमाल शरीर में टॉक्सिसिटी का कारण बन सकता है।
जैसा की आपने चित्रक के फ़ायदे और नुकसान के बारे में जाना परन्तु किसी भी औषधि को सही मात्रा और उचित समय पर लेने से ही लाभ मिलता है। जरुरत से अधिक मात्रा में सेवन करने से फ़ायदे की जगह नुकसान हो सकता है, इसलिए इस्तेमाल करने से पहले डाक्टर से सलाह अवश्य लें और अपने वर्तमान स्वास्थ्य के बारे में चर्चा करें।
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